.ब्राजील ने मनाया “अंडरवीयर डे”
अरे, कपड़े पहनाना भूल गए? नहीं, नहीं ऎसी कोई बात नहीं। ये लोग तो ब्राजील में मंगलवार को मनाए गए तीसरे “अंडरवियर डे” दिवस में शरीक होने जा रहे थे। यह दिन मनाने के लिए पुरुष-महिला मॉडल अंतर्वस्त्रों में एक बस अड्डे के पास इकट्ठे हुए। इस अनोखे ‘अंडरवीयर दिवस” की शुरुआत 2003 में न्‍यूयॉर्क में हुई थी। (तस्वीर : एपी)

क्या इन लोगो ने कभी भूख दिवास (HUNGRY DAY) मनाया होगा !!! नही !!! कभी शिक्षा दिवस (EDUCATION DAY) मनाया होगा !!! नही !!! नही नही कभी नही !!! ये लोग केवल अंडरवियर दे या सेक्स डे मनाते है. क्योंकि ये लोग केवल " RAV PARTY और PUB " में ही नजर आते है. ड्रग का धंधा करते है. न्यू जेनरेशन को अपने तरफ़ ATTRACT करने के लिए कभी कभी दिन में (UNDERWEAR DAY) मानते है. और कुछ नही

यह तस्बीर भी ब्राजील की है


आवारा औरत, by prem lata

सायद यह कहानी आपको पसंद आए, और कुछ सिख भी मिले, Originally powered by http://pasand.wordpress.com/2008/02/07/suffered-woman/


आवारा औरत

By प्रेमलता पांडे

मंजुला दो भाइयों की अकेली बहिन थी। छोटे से क़स्बे में पली-बढ़ी मंजुला ने स्नातकोत्तर तक की शिक्षा प्राप्त की और प्रायवेट कंपनी में काम करने लगी। उसने भी जीवन के वही सपने देखे जो हर लड़की देखती है। पिता ने अनेक वर ढूंढ़े पर कोई लड़का पसंद नहीं आया। एक दिन पिता खीज गए और लड़की को ताने देने लगे। लड़की महसूस कर गयी और कह दिया कि अगली बार कोई लड़का ढूंढ़ा जाएगा तो वह कुछ नहीं कहेगी।पिता ने एक बड़े शहर में लड़का ढूंढा। लड़के की शिक्षा असल से ज़्यादा बताई गई, उसका पद और तन्ख्वाह भी असल से ज़्यादा बताए गए। चूँकि रिश्ता रिश्तेदार करवा रहे थे तो ज़्यादा पूंछ्ताछ नहीं की गयी। लड़्की ने तो कुछ न बोलने का प्रोमिस कर ही दिया था सो शादी हो गयी।शादी होकर मंजुला ससुराल आगयी।

एक दिन अचानक ससुर का देहावसान हो गया। घर में मंजुला और उसके पति के अलावा उसकी सास और दो देवर थे। ससुर के मरने पर सास तो उदासीन हो गयी। मंजुला को घर की सारी ज़िम्मेदारी दे दी गयीं। वह चुपचाप सबकुछ करती रही। तभी उसे पता चला कि उसका पति न तो उतना कामाता है और न ही उसकी उतनी शिक्षा है। इतना ही नहीं वह शराब भी जी भरकर पीता है, जिसकारण से घर में पैसा भी नहीं देता है। बहुत निराश हुई मंजुला, फिर भी सोचा कि चलो पति को समझाया जाए शायद कुछ ठीक हो जाए पर कहाँ?  वह तो मारपीट और करने लगा। रोज झगड़े होने लगे। सास तो बहु को ही कसूरवार ठहराती। देवर कुछ बीच में ही नहीं पड़ते। इसी बीच मंजुला ने एक पुत्र को जन्म दिया। कुछ समय बाद मंजुला ने पुनः जॉब पर जाने की सोची तभी सास ने बच्चे को रखने से मना कर दिया। अब क्या था निराश-हताश और परेशान मंजुला पैसे-पैसे को तरस गयी। एक दिन पति से अत्यधिक सतायी जाने पर उसने अपने बच्चे के साथ घर छोड़ दिया। अकेले अपनी किसी सहेली की मदद से किराए पर घर ले लिया। बच्चा क्रेचे में छोड़कर नई नौकरी करने लगी। चूंकि वह अकेली रहती थी तो  ससुरालवाले  जलभुन  गए, क्योंकि इसतरह अकेली रहकर उनकी नाक काट रही थी वह। घर-बाहर के कई लोगों को समझाने के लिए भेजा। पर मंजुला अब और न सह सकती थी सो अडिग रही।

धीरे-धीरे मंजुला अपने को सहज बनाने की कोशिश करती रही। वह इतनी व्यस्त रहती कि किसी से बात भी न कर पाती लोगों ने अनेक तुक्के लगाने शुरु कर दिए। उसे अवारा और चरित्रहीन भी कहा जाने लगा। पुरुष उससे हंस-हंसकर बात करने की कोशिश करते और घर जाकर अपनी स्त्रियों से उससे बात करने से मना करते क्योंकि वह अच्छी स्त्री नहीं थी। स्त्रियाँ बिना जाने-बूझे उसे अवारा कहतीं। वह पूरी गली में अच्छी औरत नहीं मानी जाती। आते-जाते उसे अजीब नज़रों से देखा जाता! पर वह किसी बात की परवाह किए बिना अपनी ज़िंदगी जीती रही  ऐसा नहीं था कि वह कभी पिघलकर आँसू नहीं बनती थी, पर उसे अपना  जीवन-यापन करना आता  था।

कैसा लगा आपको, कृपया अपना राय दे. !

कौन जिम्मेदार ? नॉएडा MMS ?












कौन जिम्मेदार नॉएडा MMS Published: Fri, 20 Feb 2009 at 09:34 ईस्ट
कल मैंने एक न्यूज़ पड़ा (http://www.samaylive.com/news/noida-mms-is-available-at-download-websites-for-free/609604) , 
एक और लव स्टोरी (एक और SCANDLE) साथ ही चाँद और फिजा का स्टोरी भी पड़ा हम अपनी गलतियों को दुसरो के ऊपर डाल देते है. फिजा ने चाँद से मुहब्बत की , प्यार के नगमे गए ( जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा ,अगर न मिले इस जन्म में तो लेंगे जनम दुबारा ) कुछ दिन के बाद फिजा चाँद को बेवफा का खिताब दे दिया और MEDIA में छा गई , फिजा मैडम वो दिन भूल गई जब चाँद के बारे में जानते हुए भी आपने एक औरत की जिंदगी ख़राब की थी वो भी तो एक औरत थी ( चाँद की पहली धर्मपत्नी ) आज सायद अब उसकी बारी है, चाँद को सायद अपनी गलती का एह्साह हो गया है. और वो अपने पहली बीबी से वफ़ाई कर रहा हो और आज आप रो रही है. कल उसके आखो के आपने देखा था सायद वो भी आपके जैसे ही रो रही थी और आप प्यार के नगमे गा रही थी आप गलती करे तो ठीक , दुसरे करे तो ४२० ,  

अब आते है NOIDA SCANDL पर उस लड़की को जरुरत ही क्या थी अपने दोस्त (पूर्ब प्रेमी ) के साथ शादी के पहले (माडर्न बनने की ). 
प्यार था तो उसे एहसास करती , mms बनवाने के पहले जरा अपने (पापा और मामी ) के बारे में सोची होती जो आपको इतनी आजादी दे रखी है की आप बड़ी है और अपना अच्छा ख्याल रख सकती है (आजादी न देने पर पापा मामी पुराने ख्याल के है ) वो क्या जाने नए ज़माने को . और आप आज रो रही है. मै तो आपको ही दोस दूंगा आप बेकार में अपनी और अपने पापा मामी की इज्जत (ख़राब कर चुकी है ) आप सोच कर देखे एक ( गलती किसकी है ) 
जरा सोच कर देखे [ फोटो ] इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

(girls please be careful, don't misuse your parents freedom)

क्या हम उदार नही

क्या हम उदार नही है,
क्या हमारे उदारवादी होने का मतलब ये है की हम सांप्रदायिक है. हिंदू और हिन्दुस्त्वा की बात करे तो हम सांप्रदायिक है.
क्या दूसरो को हम पर तोहमत लगना की हम सांप्रदायिक है ? सही है. ?

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१. विश्व में लगभग ५२ मुस्लिम देश हैं, एक मुस्लिम देश का नाम बताईये जो हज के लिये "सब्सिडी" देता हो ?
२. एक मुस्लिम देश बताईये जहाँ हिन्दुओं के लिये विशेष कानून हैं, जैसे कि भारत में मुसलमानों के लिये हैं ?
३. किसी एक देश का नाम बताईये, जहाँ ७०% बहुसंख्यकों को "याचना" करनी पडती है, ३०% अल्पसंख्यकों को संतुष्ट करने के लिये ?
४. एक मुस्लिम देश का नाम बताईये, जहाँ का राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री गैर-मुस्लिम हो ?
५. किसी "मुल्ला" या "मौलवी" का नाम बताईये, जिसने आतंकवादियों के खिलाफ़ फ़तवा जारी किया हो ?
६. महाराष्ट्र, बिहार, केरल जैसे हिन्दू बहुल राज्यों में मुस्लिम मुख्यमन्त्री हो चुके हैं, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मुस्लिम बहुल राज्य "कश्मीर" में कोई हिन्दू मुख्यमन्त्री हो सकता है ?
७. १९४७ में आजादी के दौरान पाकिस्तान में हिन्दू जनसंख्या 24% थी, अब वह घटकर 1% रह गई है, उसी समय तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब आज का अहसानफ़रामोश बांग्लादेश) में हिन्दू जनसंख्या 30% थी जो अब 7% से भी कम हो गई है । क्या हुआ गुमशुदा हिन्दुओं का ? क्या वहाँ (और यहाँ भी) हिन्दुओं के कोई मानवाधिकार हैं ?
८. जबकि इस दौरान भारत में मुस्लिम जनसंख्या 10.4% से बढकर ३०% हो गई है, क्या वाकई हिन्दू कट्टरवादी हैं ?
९. यदि हिन्दू असहिष्णु हैं तो कैसे हमारे यहाँ मुस्लिम सडकों पर नमाज पढते रहते हैं, लाऊडस्पीकर पर दिन भर चिल्लाते रहते हैं कि "अल्लाह के सिवाय और कोई शक्ति नहीं है" ?
१०. सोमनाथ मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिये देश के पैसे का दुरुपयोग नहीं होना चाहिये ऐसा गाँधीजी ने कहा था, लेकिन 1948 में ही दिल्ली की मस्जिदों को सरकारी मदद से बनवाने के लिये उन्होंने नेहरू और पटेल पर दबाव बनाया, क्यों ?
११. कश्मीर, नागालैण्ड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं, क्या उन्हें कोई विशेष सुविधा मिलती है ?
१२. हज करने के लिये सबसिडी मिलती है, जबकि मानसरोवर और अमरनाथ जाने पर टैक्स देना पड़ता है, क्यों ?
१३. मदरसे और क्रिश्चियन स्कूल अपने-अपने स्कूलों में बाईबल और कुरान पढा सकते हैं, तो फ़िर सरस्वती शिशु मन्दिरों में और बाकी स्कूलों में गीता और रामायण क्यों नहीं पढाई जा सकती ?
१४. गोधरा के बाद मीडिया में जो हंगामा बरपा, वैसा हंगामा कश्मीर के चार लाख हिन्दुओं की मौत और पलायन पर क्यों नहीं होता ?
१५. क्या आप मानते हैं - संस्कृत सांप्रदायिक और उर्दू धर्मनिरपेक्ष, मन्दिर साम्प्रदायिक और मस्जिद धर्मनिरपेक्ष, तोगडिया राष्ट्रविरोधी और ईमाम देशभक्त, भाजपा सांप्रदायिक और मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष, हिन्दुस्तान कहना सांप्रदायिकता और इटली कहना धर्मनिरपेक्ष ?
१६. अब्दुल रहमान अन्तुले को सिद्धिविनायक मन्दिर का ट्रस्टी बनाया गया था, क्या मुलायम सिंह को हजरत बल दरगाह का ट्रस्टी बनाया जा सकता है ?
१७. एक मुस्लिम राष्ट्रपति, एक सिख प्रधानमन्त्री और एक ईसाई रक्षामन्त्री, क्या किसी और देश में यह सम्भव है, यह सिर्फ़ सम्भव है हिन्दुस्तान में क्योंकि हम हिन्दू हैं और हमें इस बात पर गर्व है, दिक्कत सिर्फ़ तभी होती है जब हिन्दू और हिन्दुत्व को साम्प्रदायिक कहा जाता है...?
१८.वो साठ सालो का आपका दर्द क्या है कहा है किस बात का है ताकी इलाज कराया जा सके...?
१९.वो टीस किस बात की है देश हित मे खुलासा करे...?